मंडी : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह जी-20 सम्मेलन के दौरान दिल्ली में खाना खाने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आर्थिक सहायता मांगने गए थे। डिनर के दौरान उनकी पीएम मोदी से बात हुई थी। पीएम मोदी ने शीघ्र सहायता राशि देने का आश्वासन दिया है। केंद्र से अभी जो सहायता मिली है, आपदा को देखते हुए वह नाकाफी है।
मुख्यमंत्री (CM Sukhvinder Sukhu) ने कहा कि हिमाचल में करीब 12,000 करोड़ से अधिक संपत्ति का नुकसान हुआ है। प्रदेश के अपने संसाधन सीमित हैं। केंद्र शीघ्र राहत पैकेज दे, ताकि पुनर्निर्माण कार्य युद्धस्तर पर संभव हो सके।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के साथ कुल्लू के भुंतर व आलू ग्राउंड का दौरा करने के बाद वह मंडी के देयोरी में आपदा प्रभावितों को संबोधित कर रहे थे।
‘प्रदेश की जनता का हक मांगने गया था’
उन्होंने कहा कि वह प्रदेश की जनता के लिए उनका हक मांगने दिल्ली गए थे। आपदा पर प्रियंका गांधी व प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ल से विस्तार से बात हुई है। प्रदेश भर में जिन लोगों के घर ध्वस्त हुए हैं। प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से उन्हें ठीक करवाएगी। अन्य प्रभावितों को सरकार हर संभव मदद देगी। सरकार राहत नियमों में बदलाव कर चुकी है। कुछ में करने जा रही है।
आपदा में पीएम मोदी भूले अपना घर- प्रतिभा सिंह
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष एवं मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व भाजपा सरकार के समय हिमाचल को अपना दूसरा घर बताते फिरते थे। प्रदेश पर अब इतनी बड़ी आपदा आई है तो अपने घर को भूल गए हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल को इस समय आर्थिक सहायता की नितांत आवश्यकता है। बार-बार आग्रह करने के बाद भी पीएम मोदी ने हिमाचल को आपदा ग्रस्त राज्य घोषित करने व आर्थिक सहायता देने के मामले में चुप्पी साध रखी है। इससे प्रदेश की जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है।
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