मनाली-केलांग सड़क पर तांदी पुल के समीप शनिवार को स्थानीय लोगों ने घायल अवस्था में एक आईबैक्स को देखा। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना गौशाल पंचायत प्रधान को दी। इसके बाद पांच वर्ष की इस मादा आईबैक्स के बारे में प्रधान अजीत कुमार ने वन विभाग केलांग को बताया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पशुपालन विभाग ने घायल आईबैक्स को मौके पर प्राथमिक उपचार दिया। प्रारंभिक जांच में विभाग को यह लग रहा है कि स्नोलैपड आईबैक्स के शिकार को दौड़ा है और यह पहाड़ी से नीचे गिरकर घायल हुआ है। लाहौल घाटी में वन्यजीवों के शिकार का करीब 15 सालों में कोई मामला नहीं है।
लाहौल घाटी की महिला मंडल वन्यजीवों व वन कटाव मामले को लेकर गंभीर हैं। लाहौल घाटी की पहाड़ियों में इन दिनों पानी जम चुका है। ऐसे में वन्यजीव जंतु प्यास बुझाने के लिए रिहायशी इलाकों का भी रुख कर रहे हैं। इनकी सुरक्षा को लेकर विभागीय अधिकारी-कर्मचारी लगातार पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं। तांदी पुल के समीप घायल आईबैक्स होने की स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना विभाग को दी। मौके पर मौजूद विभाग के वन रक्षक अश्वनी कुमार ने कहा कि तांदी पुल के समीप घायल आईबैक्स होने की सूचना गौशाल पंचायत प्रधान ने दी। उन्होंने कहा कि घायल आईबैक्स तकरीबन चार-पांच साल की मादा है। प्राथमिक उपचार के बाद इसे जंगल की तरफ छोड़ दिया था, लेकिन यह चलने-फिरने में असमर्थ पाई गई। ऐसे में विभाग ने इसे दोबारा स्वस्थ होने तक अपने पास रखा है।
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