धर्मशाला : सड़क हादसे में गंभीर घायल छात्रा ने टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में आखिरकार दम तोड़ दिया। दुर्घटना के पांच दिन तक जिंदगी व मौत से बेटी लड़ी और जीवन की जंग हार गई, लेकिन घटना स्वजन को झकझोर गई है। नगरोटा बगवां के निजी स्कूल की दसवीं कक्षा की छात्रा कुमारी आशिमा शर्मा की दुर्घटना ताउम्र नहीं भूलेगी। यह दुखद जानकारी पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा ने अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट से साझा की है। उन्होंने कहा है कि उनकी बेटी समान भतीजी की दर्दनाक हादसे में मृत्यु ने सभी का दिल तोड़ दिया है।
ओ नेगेटिव रक्त जुटाने में सेना व पुलिस जवानों ने भी की मदद
टांडा मेडिकल कालेज में पांच दिन तक यह लाडली जिंदगी और मौत से जूझती रही। अनमोल जिंदगी को बचाने के लिए जिन सभी स्वयंसेवी संस्थाओं और खास कर “ओ नेगेटिव ” रक्त दाताओं ने रक्तदान किया जो कि बहुत कम ब्लड ग्रुप मिलता है। इसमें भारतीय सेना स्थित होल्टा छावनी के वीर सैनिक व पुलिस प्रशिक्षण सेंटर डरोह के जवानों ने भी रक्तदान करके अभूतपूर्व सहयोग दिया। चिल्ड्रन आइसीयू में न्यूरो सर्जन डा. अमित जोशी सहित तमाम डाक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ दिन रात उपचार में लगे रहे ।
ऐसे हुई दुर्घटना
ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल नगरोटा बगवां की दसवीं कक्षा की छात्रा कुमारी आशिमा शर्मा रोजाना की तरह सुबह निर्धारित समय अनुसार स्कूल जा रही थी। मम्मी- पापा के साथ दरंग में सड़क के किनारे खड़ी थी एकदम तीव्र गति ( ओवरस्पीड ) से आ रही ब्रेजा कार के चालक ने ओवरटेक करके टक्कर मारी जिससे वह 25 -30 फीट जाकर आगे गिरी। इस भयंकर टक्कर से इसके दिमाग, फेफड़े, पेट व दाहिनी टांग में इतनी गंभीर चोटें आई पांच दिन तक खून का रिसाव ही मृत्यु का कारण बन गया।
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