बिलासपुर : विधानसभा चुनाव में हाट सीट बन चुके बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में अब राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। अब तक यहां भाजपा में बगावत नजर आ रही थी। लेकिन अब कांग्रेस से अंस्तुष्ट हुए पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा ने पार्टी का भी खेल बिगाड़ दिया है। इस कारण भाजपा व कांग्रेस के बीच बराबरी की टक्कर देखी जा रही है। हालांकि दोनों प्रमुख पार्टियों के नेताओं पर असंतुष्ट नेताओं ने बाहरी होने का आरोप लगाकर खुद को स्थानीय का नारा देने का प्रयास किया है। ऐसे में स्थानीय का नारा दिग्गजों का खेल बिगाड़ सकता है। हालांकि जनता का रुख किस ओर होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
कांग्रेस से असंतुष्ट होकर तिलक राज शर्मा ने मंगलवार को निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया। ऐसा करके उन्होंने प्रत्याशी बंबर ठाकुर सहित कांग्रेस पार्टी को हैरानी में डाल दिया है। भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुभाष शर्मा ने भी पार्टी से त्यागपत्र देकर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी पर बाहरी का ठप्पा लगाया है। भाजपा से प्रत्याशी त्रिलोक जम्वाल के घर रौड़ा सेक्टर दो में हैं। उनकी शिक्षा बिलासपुर कालेज से हुई है और रौड़ा सेक्टर में उनका बचपन व यौवन बीता है। हालांकि उनके घर झंडूता विधानसभा क्षेत्र के गेहड़वीं में भी हैं लेकिन उनके जीवन का काफी समय बिलासपुर के रौड़ा सेक्टर में ही बीता है। कांग्रेस के प्रत्याशी बंबर ठाकुर का मूल निवास औहर क्षेत्र में है। उनका घर पुनर्सीमांकन के बाद घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में चला गया है। हालांकि इससे कई वर्ष पहले से उनके बड़े भाई का घर रौड़ा सेक्टर में है। बंबर वहां काफी समय से रह रहे हैं।
मानने के लिए तैयार नहीं असंतुष्ट
सदर विधानसभा क्षेत्र में अब तीन पार्टियों में प्रमुख रूप से चुनाव लड़ा जा रहा है। हालांकि दो प्रमुख पार्टियों के बीच पहले अपने ही घर में लड़ाई लड़ने की संभावना है। दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं की तरफ से कोशिश की जा रही है कि असंतुष्ट नेताओं को किसी तरह मनाया जाए और उसके बाद आमने-सामने की टक्कर का माहौल तैयार किया जाए लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। असंतुष्ट नेता मानने के लिए तैयार नहीं हैं। भाजपा के असंतुष्ट सुभाष शर्मा की नाराजगी भाजपा अध्यक्ष से है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर कहा कि पहले उनका टिकट 2012 में अंतिम क्षणों में काटा गया। उसके बाद 2017 में और अब फिर उनका टिकट काटा गया है। इसलिए वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। वहीं, लंबे विरोध के बाद भी कांग्रेस ने बंबर ठाकुर को टिकट दिया है। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पार्टी के इस फैसले से नाराज हैं। कांग्रेस के नाराज दल ने अब विरोधस्वरूप पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा को चुनाव मैदान में उतार कर उन्हें समर्थन देने का फैसला किया है।
तिलक व सुभाष के चांदपुर में हैं घर
सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा व कांग्रेस से असंतुष्ट दोनों नेताओं के घर बिलासपुर शहर से कुछ किलोमीटर दूर चांदपुर में हैं। दोनों प्रत्याशियों का कहना है कि वे सदर विधानसभा क्षेत्र के स्थायी निवासी हैं और क्षेत्र के लोगों के दु:ख दर्द को समझते हैं। ऐसे में बाहरी नेताओं को वे यहां के लोगों से राजनीति नहीं करने देंगे। यही वजह है कि वे पार्टी के दबाव में किसी भी प्रकार से बैठने वाले नहीं हैं।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।