मंडी : हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के चलते करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुक्सान हुआ है और सैंकड़ों लोग बेघर भी हुए हैं लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने तुरंत इस पर संज्ञान लिया और प्रदेश की मदद के लिए करोड़ों रुपए की राहत राशि भी प्रदान की है। इस बात की प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को शायद कोई जानकारी नहीं है। इसी लिए वह गलत बयानबाजी कर रहे हैं। यह बात सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने कही।
केंद्र सरकार का सहयोग न मिलने की बात पूरी तरह से गलत
राकेश जम्वाल ने कहा कि बीते दिन लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंडी में कहा कि प्रदेश में सड़कों की बहाली के कार्य में बजट न होना बाधा बन रहा है और केंद्र सरकार कोई सहयोग नहीं कर रही है। यह बात पूरी तरह से गलत है। आपदा के समय केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी खुद प्रदेश के दौरे पर पहुंचे और उन्होंने सड़कों की बहाली के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश जारी किए। इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फोरलेन सड़क के साथ लगने वाली अन्य सड़कों के लिए भी बजट का प्रावधान किया ताकि वहां पर अगर कोई सड़क या पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं तो उसकी मुरम्मत भी की जा सके लेकिन शायद मंत्री विक्रमादित्य सिंह इस बात से अनभिज्ञ हैं। तभी वह इस तरह के बचकाना बयान दे रहे हैं। मंत्री को आपदा के समय राजनीति नहीं करनी चाहिए तथा जनता का सुविधा प्रदान करने का काम करना चाहिए।
अपना विभाग ही नहीं संभाल पा रहे मंत्री
राकेश जम्वाल ने कहा कि जब-जब मंत्री विक्रमादित्य सिंह प्रदेश के दौरे पर होते हैं तो उनके खुद के विभाग के अधिकारी भी उनके साथ नहीं होते हैं। इससे पता चलता है कि वह अभी अपना विभाग ही नहीं संभाल पा रहे हैं। उन्होंने कहा की विक्रमादित्य बताएं कि अभी तक प्रदेश की सड़कें क्यों नहीं खुल पाई हैं। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रदेश को केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 2700 करोड़ की राशि प्रदान की है। अब सरकार इस बात को स्पष्ट करे कि इस राशि का अभी तक कहां प्रयोग किया गया है। इसके अलावा मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह भी अभी तक राहत कार्यों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई हैं।
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