हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रदेश के शक्तिपीठों श्रीनयना देवी, चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, बज्रेश्वरी और चामुंडा मंदिर के लिए 15 फीसदी कम किराये पर बसें चलाएगा। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि इस पहले पायलट प्रोजेक्ट पर चलाया जाएगा। परिणाम सही रहे तो शक्तिपीठों के लिए रूट भी तय होंगे। बसों में सवारियां पूरी होनी चाहिएं।
सचिवालय में पत्रकारों से उन्होंने कहा कि 15 साल पुरानी 114 सरकारी गाड़ियों की आरसी खत्म कर दी गई है। निजी वाहनों पर अभी फैसला नहीं लिया गया है। अग्निहोत्री ने कहा कि परिवहन निगम के 7,300 कर्मचारियों व अधिकारियों को पुरानी पेंशन योजना में शामिल कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अब सरकारी बसों के भीतर और बाहर भी विज्ञापन लगेंगे। उन्होंने कहा कि लोग अब घर बैठे ऑनलाइन लाइसेंस बनवा सकेंगे। इंटरनेशनल लाइसेंस बनाने की शक्तियां निदेशालय के अलावा अब आरटीओ और एसडीएम को भी दी गई हैं। लोग वीजा और पासपोर्ट दिखाकर लाइसेंस बनवा सकेंगे।
हिमाचल में बिना टैक्स आने वाली बसों पर जुर्माना लगेगा। एक दिन का पांच हजार, सप्ताह का 25 हजार और महीने के 75 हजार रुपये वसूले जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला के लिए मजदूरों को लेकर बाहरी राज्यों से बसें आती हैं। इनका एक महीने तक चालान नहीं होगा। इन पर टैक्स लगाने के लिए उद्योग, परिवहन और ट्रांसपोर्टरों की बैठक होनी है।
1100 नंबर के साथ जुड़ा निगम का हेल्पलाइन
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि निगम का हेल्पलाइन नंबर सीएम हेल्पलाइन नंबर 1100 के साथ जोड़ दिया है। किसी भी क्षेत्र में बसें नहीं आती हैं, बस खराब हो गई या बसें चलाने की जरूरत है या परिवहन निगम से शिकायत व सुझाव देने हैं, तो इस नंबर पर दे सकेंगे। राज्य से बाहर के लिए टोल नंबर 1800-180-8185 नंबर जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग ने इस साल 775 करोड़ रुपये कमाई का लक्ष्य रखा था। इसे बढ़ाकर एक हजार करोड़ किया गया है।
व्यापारी बसों में भेजते है सामान, इसलिए टिकट किया अनिवार्य
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