ऊना : रक्तदान शिविर लगा था। क्षेत्रीय चिकित्सालय ऊना में युवाओं के साथ महिलाएं भी रक्तदान के लिए आगे आ रही थीं लेकिन इसी बीच जब व्हीलचेयर पर एक व्यक्ति कैम्प की तरफ बढ़ा तो हर किसी को लगा कि शायद यह सामान्य जांच के लिए अस्पताल आया होगा। पूछा तो कहा कि रक्तदान करने आया हूं। व्हीलचेयर पर मौजूद इस व्यक्ति के जज्बे को देखकर हर कोई हैरान था। तत्काल इसकी सामान्य जांच की गई। इसके बाद रक्त कितना है इसकी जांच की तो मापदंडों पर सही पाए गए। इसके बाद टक्का के इस मोहित ने रक्तदान कर अलग मिसाल पेश की।
लम्बे समय से थी रक्तदान करने की इच्छा
अमर शहीद लाला जगत नारायण जी की पुण्यतिथि पर रीजनल अस्पताल ऊना में आयोजित रक्तदान कैम्प में पहुंचे टक्का के मोहित कुमार शर्मा ने कहा कि उनकी बड़े लम्बे समय से इच्छा थी कि वह भी रक्तदान करें। उन्हें पंजाब केसरी समाचार पत्र के माध्यम से रक्तदान कैम्प के बारे में पता चला। इस पर वह आज यहां रक्तदान करने आए हैं। उन्होंने कहा कि आज पहली बार रक्तदान करके उन्हें जो खुशी मिली है उसे बयां नहीं किया जा सकता। रक्तदान के लिए मेरी बहन व जीजा जी ने प्रेरित किया था।
भाई के साथ पहुंचे रक्तदान करने
मोहित कुमार शर्मा ने बताया कि जब वह 10 माह के थे तो चारपाई के सहारे चलते थे लेकिन इसके बाद वह पोलियो से ग्रस्त होने पर व्हीलचेयर पर ही हैं। उनके पिता जी मदन लाल रेलवे विभाग से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने घर पर ही बैठकर मैट्रिक की है। उन्हें कहीं पर भी कोई दिक्कत नहीं है। उन्हें परिवार के सभी सदस्य पूरा सहयोग करते हैं। आज वह अपने भाई अभिनंदन के साथ यहां रक्तदान करने पहुंचे। मोहित कुमार ने कहा कि वह लाला जगत नारायण जी के जीवन से काफी प्रभावित हैं। पंजाब केसरी समूह हमेशा सेवा के मार्ग पर चलता आ रहा है। लोगों को भी सेवा के लिए प्रेरित कर रहा है। पहली बार रक्तदान कर रहा हूं और काफी प्रसन्नता है। लोगों से भी अपील करता हंू कि इस बड़े दान के लिए आगे आएं।
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